ब्लॉकचेन नेटवर्क का मूल स्वरूप 

ब्लॉकचेन का आविष्कार यह सोच कर किया गया था कि इस पर किसी का भी स्वामित्व ना हो, इसका संचालन किसी एक व्यक्ति या संस्था के पास ना हो कर सबके पास रहे ताकि शक्ति, संचार और संसाधनों पर एकाधिकार को समाप्त कर इसमें सभी की भागीदारी बनाई जाए। साथ ही इसे बनाते समय इस बात का भी ध्यान रखा गया था कि इसमें लिखी गई जानकारी को इस प्रकार से संग्रहीत किया जाए कोई चाह कर भी छेड़छाड़ ना कर पाए और यह सुरक्षित रहे । 



ब्लॉकचेन का यह स्वरूप विकेंद्रीकृत (Decentralised EcoSystem) व्यवस्था को दर्शाता है। सन् 2009 से चर्चा में आई विश्व प्रसिद्ध क्रिप्टोकरन्सी बिटकॉइन (BITCOIN) इसी व्यवस्था का एक उत्तम उदाहरण है। बिटकॉइन का स्वामित्व किसी एक व्यक्ति या संस्था के पास ना हो कर उसे खरीदने - बेचने वाले सभी लोगों के पास है और इनकी संख्या लाखों करोड़ों में है। 



मगर 2009 से अबतक आते आते ब्लॉकचेन तकनीक काफी उन्नत हो चली है । अभी तक के हालातों पर नजर डालें तो हम पाते है कि ब्लॉकचेन के विकेंद्रीकृत स्वरूप के साथ अन्य स्वरूप भी अब प्रचालन में या गए है। जहां बिटकॉइन के  ब्लॉकचेन  नेटवर्क से जुड़ने के लिए किसी प्रकार की अनुमति की आवश्यकता नहीं है वहीं पर कुछ ऐसी भी ब्लॉकचेन नेटवर्क हैं जिनमें जुड़ने के लिए अनुमति लेनी होती है । अनुमति वाले ब्लॉकचेन नेटवर्क में जानकारियाँ व अधिकार भी पारदर्शी नहीं हैं। 


ब्लॉकचेन नेटवर्क के प्रकार 

ब्लॉकचेन नेटवर्क  के मुख्यतः 4 प्रकार अभी तक हमारे सामने हैं 

  • 1. सार्वजनिक ब्लॉकचेन नेटवर्क ( Public Blockchain Network)
  • 2. निजी ब्लॉकचेन नेटवर्क ( Private Blockchain Network )
  • 3. संकरी या स्वीकृत ब्लॉकचेन नेटवर्क (Hybrid Blockchain Network)
  • 4. संघीय ब्लॉकचेन नेटवर्क ( Consortium BLockchain Network )


ये चार प्रकार के ब्लॉकचेन नेटवर्क हमारे पास मौजूद स्थिति में उपलब्ध है। आइये जान लेते है इनके बारे में, जान लेते है कि इनमें से कौन सा प्रकार आपके लिए उपयुक्त रहेगा अगर आप इनमें भागीदारी करना चाहते है।


आइये  इन ब्लॉकचेन नेटवर्क पर जानकारी ली जाए:


तो सबसे पहले बात करते है सार्वजनिक ब्लॉकचेन नेटवर्क के बारे में इसके लाभ, हानि और उपयोग सीमाओं के बारे में:




सार्वजनिक ब्लॉकचेन नेटवर्क



सार्वजनिक ब्लॉकचेन नेटवर्क में पूरे नेटवर्क का नियंत्रण किसी संस्था के पास नहीं होता। चाहे उस ब्लॉकचेन नेटवर्क को किसी संस्था ने ही क्यों न शुरू किया हो अगर वो संस्था उस नेटवर्क को सार्वजनिक कर दे और लोग उसमें भागीदार बन जाए तो ऐसे में संस्था का उसपर कोई नियंत्रण नहीं रहता। अब वह संस्था उस ब्लॉकचेन नेटवर्क में रहे या ना  रहे, या बंद हो जाए,  इससे उस नेटवर्क पर कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि अब उसका नेटवर्क सार्वजनिक रूप से सभी लोगों के द्वारा चलाए जा रहे उनके कंप्यूटर नोड में चल रहा है। जब तक ये कंप्यूटर नोड चलते रहेंगे तब तक नेटवर्क भी चलता रहेगा। 




ऐसा ही उदाहरण है बिटकॉइन के ब्लॉकचेन नेटवर्क का। 2009 में इसे शुरू करने वाले व्यक्ति या संस्था का आज तक कोई पता नहीं है। मगर आज भी यह नेटवर्क चल रहा है क्योंकि जिस सतोषी नाकामोटो नाम के अज्ञात व्यक्ति ने इसे बनाया था उसने इसके कोड को सार्वजनिक कर दिया ताकि सब लोग इसे अपने निजी कंप्यूटर में इंस्टॉल कर नेटवर्क में जुड़ कर भागीदारी कर सके ।




 सार्वजनिक नेटवर्क की एक विशेषता है की यह पारदर्शी होता है जो कोई भी इसमें भागीदार होता है वह नेटवर्क पर हो रही सभी गतिविधियों को अपने कंप्युटर में संग्रहीत करता है या उसकी पुष्टि करता है जिसे ब्लॉकचेन  की भाषा में माइनिंग ( Mining) कहते है। माइनिंग करने वालों को अपने कंप्युटर की कम्प्यूटिंग क्षमता का इस्तेमाल कर ब्लॉकचेन  नेटवर्क पर हो रहे आदान- प्रदान  (Transections) की पुष्टि करनी होती है इसके बदले में उन्हें पुरस्कार मिलता रहता है। जैसे कि बिटकॉइन का एक पूरा ब्लॉक, जिसमें काफी सारे आदान – प्रदान का लेख जोखा होता  है, को  माइन करने वाले को 02 बिटकॉइन उपहार स्वरूप मिलते है और बिटकॉइन के ब्लॉकचेन नेटवर्क पर इस प्रकार एक नए बिटकॉइन की उत्पत्ति होती है ।




तो इस तरह सार्वजनिक ब्लॉकचेन नेटवर्क पर किसी एक का नियंत्रण नहीं होता है और यह पूरी तरह से पारदर्शी होता है, इसमें भाग लेने वाले कंप्युटर नोड ही आपस में मतदान कर इसके सही होने की पुष्टि करती है। जब नेटवर्क की 51% नोड जिस आदान-प्रदान की पुष्टि करती हैं सिर्फ वही आदान – प्रदान सही माना जाता है और उसे ही डिजिटल बही खाते में लिखा जाता है और ये डिजिटल बही खाता नेटवर्क के हर कंप्युटर में नोड के रूप में मौजूद रहता है।


 


सार्वजनिक ब्लॉकचेन नेटवर्क के फायदे :

इससे फायदा यही है कि जब यह किसी के नियंत्रण में नहीं है तो इसमें कोई भी भागीदारी कर सकता है, किसी की अनुमति लेने की जरूरत नहीं है। इसकी उपलब्धता सभी के पास होने से पारदर्शिता भी बनी रहती है जिससे इसमें छेड़छाड़ करना कठिन है जो इसे सुरक्षित बनाता है ।  सभी कंप्युटर जो इसमें भागीदार होते है उन्हें एक निश्चित सुरक्षा मानदंड कोड का पालन कर नेटवर्क पर होने वाले सभी आदान -प्रदान को उसी मानदंड पर जाँचना होता है, अगर कोई कंप्युटर नोड इन मानदंडों का पालन नहीं करता है तो उसे दंडित भी किया जाता है।




सार्वजनिक ब्लॉकचेन नेटवर्क के नुकसान :


जैसा की हमने अभी जाना की किसी भी आदान – प्रदान की पुष्टि तब तक नहीं होती जब तक 51% नोड उसे सही न कहें। मतलब तब तक वो आदान - प्रदान उस नेटवर्क पर नहीं हो सकता और न ही उसे डिजिटल बही खाते में लिखा जाएगा। तो इसका मतलब यह भी है कि जैसे - जैसे ब्लॉकचेन नेटवर्क में कंप्युटर नोड की संख्या बढ़ती जाएगी वैसे – वैसे ये 51% का आंकड़ा मिलने की गति धीमी होती जाएगी, और आदान – प्रदान में लगने वाला समय बढ़ जाएगा।


दूसरा नुकसान है अगर कोई व्यक्ति नेटवर्क में भागीदार 51% नोड पर नियंत्रण कर लेता है तो वह आदान – प्रदान के होने वाले मतदान में हेरफेर कर सकता है। ये सुरक्षा के लिहाज़ से एक गंभीर विषय है।


 


सार्वजनिक ब्लॉकचेन नेटवर्क उपयोगिता:

सार्वजनिक ब्लॉकचेन नेटवर्क आमतौर पर सामान्य आदान - प्रदान व इसमें मिलने वाले उपहार के वितरण में काम आता है।


इसके अलावा ये शपथ पत्र और संपत्ति के स्वामित्व का एकीकृत डिजिटल अंकेक्षित रिकार्ड रखने में उपयोग होता है।


इस प्रकार की सार्वजनिक ब्लॉकचेन नेटवर्क सामाजिक सहायता प्रदान करने वाले समूह या गैर-सरकारी संस्थाओं के लिए आदर्श है या जिनकी  भी बुनियाद निष्पक्षता, पारदर्शिता और विश्वास पर आधारित होती है यह उनके लिए एक आदर्श विकल्प है। 




निजी ब्लॉकचेन नेटवर्क 



हालांकि ब्लॉकचेन की मूल धारणा विकेंद्रीकरण पर आधारित है। वहीं निजी ब्लॉकचेन नेटवर्क एक संस्था या व्यक्ति के द्वारा व्यवस्थित किया जाता है और यह केंद्रितकृत होता है। यह सार्वजनिक ब्लॉकचेन की तरह ही काम करता है मगर इसमे कोई भी  अपनी मर्ज़ी से जुड़ कर नोड नहीं बना सकता यानि भागीदारी नहीं कर सकता। इस नेटवर्क में कौन भागीदार होगा उसका निर्णय उसमे संचालित करने वाली संस्था निर्धारित करती है। वह  संस्था इसमे भाग लेने वाली नोड के अधिकारों को भी नियंत्रित करती है यानि इस प्रकार के नेटवर्क पे जुड़ने  वाली सभी नोड को समान आधिकार प्राप्त नहीं होते है। किस नोड को कितने अधिकार देने है इसका निर्णय संस्था के पास होता है। इसमें कोई भी नोड अज्ञात नहीं होती है बल्कि नेटवर्क में जुड़ी सभी नोड की जानकारी संस्था के पास उपलब्ध होती है। इस कारण से आमतौर पर इस प्रकार के नेटवर्क का आकार छोटा होता है और यह ज्यादातर एक संस्था या कंपनी के अंदर ही काम करता करता है। मौजूद ब्लॉक चेन नेटवर्क में रिप्पल नेटवर्क (Ripple Network) और हाइपरलेडजर नेटवर्क (Hyperledger Network) इसके उदाहरण है। 


निजी ब्लॉक चेन के फायदे :

   जैसा कि  निजी ब्लॉकचेन आकार में छोटी होती है इसलिए इसमें आदान-प्रदान (Transection) की पुष्टि करने में लगने वाला समय काफी काम होता है।


इस तरह के ब्लॉकचेन नेटवर्क में नोड के अधिकारों को नियंत्रित  करना आसान होता है । मतलब कौन भाग ले सकता है और नेटवर्क पर क्या क्या बदलाव कर सकता है या उस बदलाव व जानकारियों को देख सकता है  इसकी अनुमति  दी जाती है । इस कारण से इस तरह की ब्लॉकचेन नेटवर्क में निजता बनी रहती है। 




निजी ब्लॉकचेन के नुकसान :


इस प्रकार के ब्लॉकचेन नेटवर्क के नुकसान भी है। 


जैसा की इस ब्लॉकचेन नेटवर्क में हर अधिकार की अनुमति लेनी होती है और इसमे जानकारियाँ भी सभी के साथ सांझा नहीं होती हैं। इसलिए इसमे धोखाधड़ी  और अविश्वाश का भाव बना रहता है। 


इन नेटवर्क के काम करने का तरीका भी आसानी से उपलब्ध नहीं होता है। जिससे इनकी जांच पड़ताल यानि ऑडिट (Audit) करने में दिक्कत आती है।


  निजी ब्लॉकचेन के उपयोग:


इस प्रकार की ब्लॉकचेन नेटवर्क उन संस्थाओं के लिए सही है जो ब्लॉकचेन तकनीक का इस्तेमाल करना चाहती है मगर अपने काम करने के तरीके को प्रतियोगिता के चलते जनता से सांझा नहीं करना चाहती। ये कम्पनिया प्रबंधन व संचालन या आंतरिक चुनाव करने में ब्लॉकचेन का इस्तेमाल करती है। 


इन दोनों ब्लॉकचेन नेटवर्क की कमियों को देखते हुए दो अन्य ब्लॉकचेन नेटवर्क के प्रकार इन कमियों को दूर करने के लिए सामने आए । 


मिश्रित ब्लॉकचेन नेटवर्क 

इस प्रकार का नेटवर्क सार्वजनिक और निजी दोनों तरह के ब्लॉकचेन नेटवर्क के स्वरूपों का उपयोग करता है। इसमें निजी ब्लॉकचेन की तरह अनुमति देने का भी प्रावधान होता है और सार्वजनिक ब्लॉकचेन की तरह जुड़कर नोड में भागीदार बनने का भी। इसमें भी संस्था किस नोड को कितने आधिकार देने हैं उसका चयन करती है और इसमें भागीदार नोड की पहचान को भी गुप्त रखा जाता है जब तक वह दोनों किसी आदान - प्रदान मे हिस्सा नहीं लेतीं । 


आमतौर पर इस प्रकार के नेटवर्क पर दस्तावेज व आदान -प्रदान से संबंधित जानकारी को सांझा नहीं किया जाता है मगर कोई चाहे तो स्मार्ट कान्ट्रैक्ट (Smart Contract) के जरिए इसकी पुष्टि कर सकता है । 


  मिश्रित ब्लॉकचेन नेटवर्क के फायदे :


ये एक ऐसा नेटवर्क है जो सार्वजनिक हो कर भी किसी संस्था के द्वारा संचालित होता है। मतलब सार्वजनिक ब्लॉकचेन में जो 51% नोड पर नियंत्रण कर नेटवर्क को कब्जे में लेने का खतरा है वो इसमें नहीं है। 


इसमें जब तक आवश्यकता ना हो नोड की पहचान को गुप्त ही रखा जाता है । 


इसमें आदान-प्रदान में होने वाला खर्च भी बहुत काम होता है और यह लेनदेन काफी तेजी से हो जाता है। 


मिश्रित ब्लॉकचेन नेटवर्क के नुकसान :

इसमें सार्वजनिक ब्लॉकचेन नेटवर्क की तरह भागीदारी करने का कोई उपहार नहीं मिलता। मतलब अगर आप अपने कंप्युटर की कम्प्यूटिंग पावर का इस्तेमाल कर नेटवर्क पर आदान -प्रदान की पुष्टि करते है तो इसके बदले में आपको कुछ नहीं मिलेगा। जैसा की बिटकॉइन में मिलता है।


इसमें अंदरूनी जानकारियों की गुप्त रखा जाता है और सिर्फ जरूरत पड़ने पर कुछ ही जानकारियों को सांझा किया जाता है ताकि हो रहे काम की बस पुष्टि भर हो सके, ना कि  काम किस प्रकार से किया जा रहा है आदि ।


मिश्रित ब्लॉकचेन नेटवर्क के उपयोग :

इस प्रकार का ब्लॉकचेन  नेटवर्क खासतौर पर चिकित्सा रिकार्ड (Medical Record) को रखने में लाया जाता है। जिसमें मरीज से संबंधित उसकी निजी जानकारियों को सांझा ना करके उसकी चिकित्सा संबंधित दिनांक, दवाइयों की जानकारी और उसकी चिकित्सा जांच का परिणाम (Medical Test Result) की जानकारी को सांझा किया जाता है। 


इसी प्रकार इसे जमीनी दस्तावेजों के रिकार्ड रखने के लिए या नागरिकों से संबंधित को सांझा करने के लिए काम में लाया जा सकता है । 


इसे खाद्य आपूर्ति शृंखला के प्रबंधन में भी उपयोग किया जाता है ।ऐसा ही उदाहरण है IBM की Supply Chain की व्यवस्था । इसमें मिश्रित ब्लॉकचेन नेटवर्क का ही उपयोग होता है। 




संघीय या सामूहिक ब्लॉकचेन नेटवर्क 

यह ब्लाक चेन नेटवर्क मिश्रित ब्लाक चेन नेटवर्क कि तरह ही होता है, मगर यह थोडा अलग है. जहाँ मिश्रित ब्लाकचेन किसी एक संस्था के नियंत्रण में होते हुए भी उसमें आम जनता नोड बन सकती है और कुछ हद तक जानकारियों को देख सकती है, वहीँ संघीय ब्लाकचेन नेटवर्क में नियंत्रण किसी एक संस्था के पास न हो कर उस ब्लाकचेन नेटवर्क में भाग लेने वाले सभी समूहों में बंटा होता है।  इसका उपयोग भी इसमें भाग लेने वाले समूहों तक ही सीमित होता है ।  संघीय ब्लाक चेन नेटवर्क आम सहमति पर काम करता है. इस नेटवर्क पर कौन क्या करेगा यह पहले से ही निर्धारित किया जाता है और सहमति बनाई जाती है।  


संघीय या सामूहिक ब्लॉकचेन के फायदे :

यह ब्लाकचेन नेटवर्क अन्य ब्लाकचेन नेटवर्क से सुरक्षित, कारगर और मापने योग्य (Scalable) होता है. हम इसकी कुशलता, क्षमता और गुणवत्ता को माप सकते है।  


संघीय या सामूहिक ब्लॉकचेन के नुकसान :

जैसा की संघीय ब्लाकचेन सर्व-सहमति पर बना होता है मगर इस तरह के नेटवर्क में सर्व सहमति ला पाना बहुत ही कठिन काम होता है।   संसाधनों को लेकर कई बार आम सहमति नहीं बन पाती है।  मतलब कुछ समूहों के पास उन्नत स्तर कि तकनीक नहीं होती जबकि वहीँ कई समूह तकनीकी प्रधान होते है जिसके कारण वह नेटवर्क में ज्यादा नियंत्रण कि मांग करते है। 


संघीय ब्लाक चेन नेटवर्क में पारदर्शिता की काफी कमी होती है।  यह सार्वजनिक ब्लाकचेन नेटवर्क की तरह पारदर्शी नहीं होता। 




संघीय या सामूहिक ब्लॉकचेन के उपयोग :

बैंकिंग या वित्तीय संस्थायें इस प्रकार के ब्लाकचेन नेटवर्क को प्रयोग में ला सकती है।  जिसमें काफी सारे बैंकों के समूह मिल कर एक नेटवर्क पर सहमति बना सकते है और वित्तीय लेन देन को बढ़ा सकते है।  r3 Firm द्वारा विकसित कि गयी CORDA ब्लाकचेन इसका उत्तम उदाहरण है।  




निष्कर्ष 

ब्लॉकचेन के ये चार प्रकार हैं जो अनुमति और गैर-अनुमती (Permissioned & Non-permissioned)से चलने वाली ब्लॉक चेन में दिखती है। इनमें अपनी भागीदारी कर अपने कंप्युटर की कम्प्यूटेश् नल क्षमता का उपयोग करके उपहार स्वरूप मिलने वाले कॉइन से आमदनी की जा सकती है। भागीदारी के इस रूप की प्रूफ ऑफ वर्क (Proof of Work) कहा जाता है । मगर आज कल कुछ ऐसी भी ब्लॉक चेन प्रचालन में आ गई हैं जिसमें आप उस ब्लॉक चेन के टोकन को अपने पास रखने मात्र से आमदनी कर सकते है साथ ही साथ उस ब्लॉक चेन नेटवर्क पे होने वाली मतगणना में हिस्सा ले कर मतदान भी कर सकते है। इसे प्रूफ ऑफ स्टेक (Proof of Stake) कहा जाता है। इनकी चर्चा हम आने वाले लेखों में विस्तार से करेंगे।


 


धन्यवाद!

भारत में ब्लॉकचेन पर होने वाले प्रयोग